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पापी इंसान

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पापी बना, इंसान क्यों। जागा यहाँ,शैतान क्यों। 1 वो थी लहुँ ,से लाल क्यो। फूटा हुआ,था भाल क्यों। क्षत विक्षत हर,अंग था, इंसान का ,ये रंग था।। वो बन गया,हैवान क्यों। पापी बना,इंसान क्यों। 2 हद हो ...