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# पाप की कमाई !

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# पाप की कमाई !!=========== गांव में मोहन की बहुत ही अच्छी प्रतिष्ठा जमी है। खेती के साथ ही वह शिक्षक पद से रिटायर हैं। मोहन के दो बेटे हैं। बड़ा बेटा अच्छा पढ़ कर  शहर में नौकरी करने लगा। छोटा ...

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लेखक के बारे में
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ramesh chandra sharma

मैं रमेश चंद्र शर्मा । कवि एवं लेखक । निवास इंदौर । विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में नियमित प्रकाशन । आकाशवाणी द्वारा कहानियों कविताओं प्रहसनों नाटकों का निमित्त प्रसारण । केंद्रीय सेवा से सेवानिवृत्त । पारिवारिक सामाजिक सरोकार वाली रचनाएं । लघु कथाओं में पारिवारिक विसंगतियों का चित्रण । कविता में चिंतन एवं प्रकृति से जुड़ी कविताएं मुख्य आकर्षण का केंद्र । जीवन को अपने नजरिए से देखने का नजरिया । धर्म दर्शन आध्यात्मिक चिंतन मुख्य आकर्षण के विषय । मेरे पाठक ही मेरी धरोहर हैं । जीवन को उसकी समग्रता के साथ जिया मेरा दर्शन है । इंसानी जीवन अनंत संभावनाओं से भरा पड़ा है । जीवन में असंभव कुछ नहीं । लक्ष्य हासिल करने के लिए ईमानदार कोशिश बहुत जरूरी होती है । जीवन में असफलता को चुनौती समझकर स्वीकार करना मुझे पसंद है । सब कुछ नियति के हाथों नियंत्रित है । हम सब निमित्त मात्र हैं ।

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