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ओस की बूंद...

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ओस की बुंद सी निर्मल फूल सी सुन्दर है वो खुशबु से खूबसूरत मुस्कुराहट है उसकी मखमल सी नरमाहट है उसकी काया में जल परी सी इठलाती है जल प्रपात के कलकल सी मदहोश हसीं है उसकी ओस की बुंद सी निर्मल ...