यह घटना आज से 2500 वर्ष पहले की है। एक दिन शाम समय जब आकाश में बादल गहरा रहें थे, बुध्द गया नामक गांव में एक परदेशी शिशुपाल बाहाण के द्वार पर आया और नम्रता से बोला, क्या मुझे रात काटने के लिए रथान ...
यह घटना आज से 2500 वर्ष पहले की है। एक दिन शाम समय जब आकाश में बादल गहरा रहें थे, बुध्द गया नामक गांव में एक परदेशी शिशुपाल बाहाण के द्वार पर आया और नम्रता से बोला, क्या मुझे रात काटने के लिए रथान ...