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नाउ इट्स ऑवर

4.5
34256

विनय के दुनिया से बाहर आना,जैसे उसकी बस ये करो वो करो से बाहर आ गयी मोहिना,परिवार से बढ़कर कुछ भी नहीं...नाउ इट्स ऑवर...... क्या मोहिना माफ़ करेगी विनय को,

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लेखक के बारे में
author
Anup Shrivastava

इश्क़ करके हम बस ये सिखे ,लोग किसी के लिये नही रुकते..और इश्क़ मैं तोह हम लेख़क ही बने हुऐ थे,पर अब उनके लिये नही खुद के लिए लिखते है...प्रतिलिपि को बहुत शुक्रिया कहना चाहूँगा कि एक सही जगह दिखाया।कोशिस होगी अच्छे लिखने की।

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Manu Prabhakar
    07 ਦਸੰਬਰ 2018
    अनूप जी क्या दम है आपकी रचना में । Heart touching. वाकई एक औरत को अपनी जिंदगी का निर्णय लेना बहुत जरूरी है। अच्छा लगा मोहिना का निर्णय 👌👌👌
  • author
    Shikha Shambharkar
    22 ਅਪ੍ਰੈਲ 2019
    its really a very good story.. shaadi ke sahi mayne samjhne wale bhot kam log is duniya me hai.. aur jo log vivah ko samajh nahi sakte, unka yahi anjam hona chaiye...
  • author
    06 ਅਕਤੂਬਰ 2018
    बहुत ही अच्छा फैसला , आत्मसम्मान से बड़ा कुछ नही
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    Manu Prabhakar
    07 ਦਸੰਬਰ 2018
    अनूप जी क्या दम है आपकी रचना में । Heart touching. वाकई एक औरत को अपनी जिंदगी का निर्णय लेना बहुत जरूरी है। अच्छा लगा मोहिना का निर्णय 👌👌👌
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    Shikha Shambharkar
    22 ਅਪ੍ਰੈਲ 2019
    its really a very good story.. shaadi ke sahi mayne samjhne wale bhot kam log is duniya me hai.. aur jo log vivah ko samajh nahi sakte, unka yahi anjam hona chaiye...
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    06 ਅਕਤੂਬਰ 2018
    बहुत ही अच्छा फैसला , आत्मसम्मान से बड़ा कुछ नही