निष्कर्ष एक बहुत बुरी बला है उत्कर्ष खत्म कर दे वो कला है,, बदल देता है जीने के अंदाज बिखर देता है सारे अरमान,, निष्कर्ष सुख की अनुभूति दे, तो कभी दे भय का फरमान,, आनंदमय जीवन को निगल ले होता इतना ...

प्रतिलिपिनिष्कर्ष एक बहुत बुरी बला है उत्कर्ष खत्म कर दे वो कला है,, बदल देता है जीने के अंदाज बिखर देता है सारे अरमान,, निष्कर्ष सुख की अनुभूति दे, तो कभी दे भय का फरमान,, आनंदमय जीवन को निगल ले होता इतना ...