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निशान

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जिस्म पर छोड़े निशान के पीछे भागते हुए, न जाने कितने दूर निकल आए है। वो मिले तो पूछना है उनसे, हाथ पकड़ लेने में क्या बुराई है।। यादें अक्सर पहुंच देती है मौत के बेहद करीब, किसने कहा है बिछड़ जाने से ...

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sachin mishra

इश्क़ की ख्वाहिश में मै इश्क़ कर बैठा, अब समझ नहीं आ रहा ये मै क्या कर बैठा?

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