pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

नील पदम् की डायरी

5
1

एक विज्ञान की गलियों में भटक कर रास्ता भूल कर साहित्य की गलियों में पहुंचा यायावर; रोटी के जुगाड़ से बचे हुए समय का शिक्षार्थी; मौलिकता ही मूलमंत्र, मन में जो घटता है उसमें से थोड़ा बहुत कलमबद्ध कर ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में

एक विज्ञान की गलियों में भटक कर रास्ता भूल कर साहित्य की गलियों में पहुंचा यायावर; रोटी के जुगाड़ से बचे हुए समय का शिक्षार्थी; मौलिकता ही मूलमंत्र, मन में जो घटता है उसमें से थोड़ा बहुत कलमबद्ध कर लेने का प्रयास । सिर्फ स्वरचित सामग्री ही पोस्ट की गई हैं । जन्म : कन्नौज (11 अप्रैल 1974) मूल निवास : कानपुर (उ०प्र०) शिक्षा : स्नातकोत्तर (भौतिकी); बी०एड०, एल०एल०बी० नाटक : मधुशाला की ओपनिंग काव्य संग्रह : इन्द्रधनुषी (साझा संग्रह 2006), तीन (साझा संग्रह 2008), पर्यावरण प्रहरी (साझा संग्रह 2012), झील शांत है (काव्य संग्रह 2023) कहानियाँ : अभागा, हाथ का बुना स्वेटर, निशानी, एक हैसियत, दोस्ती संपादन : आह्वान (त्रैमासिक विभागीय पत्रिका) ब्लॉग : neelpadamblogs.blogspot.com; सीधा सरल जो मन मेरे घटा (जागरण जंक्शन); neelpadam.wordpress.com; sahityapedia.com/user/neelpadam; www.saavan.in/members/deepak_3; hindi.shabd.in/deepak-kumar- srivastava/writer/10074357 गतिविधियाँ : विभिन्न ऑनलाइन और ऑफलाइन काव्य-गोष्ठियों में समय-समय पर काव्य पाठ के अलावा अमर उजाला काव्य, शब्द.इन, साहित्यपीडिया इत्यादि प्लेटफार्म पर नियमित लेखन,विभागीय पत्रिकाओं में नियमित साहित्यिक योगदान तथा यदा-कदा नाट्य निर्देशन एवं अभिनय में प्रतिभागिता अभिरुचि : कविता, कहानी, नाटक, ब्लॉग, फ़ोटोग्राफी, पढ़ना-लिखना, स्केचिंग, पेन्टिंग, संगीत, नाट्य अभिनय एवं निर्देशन तथा लेखन, फ़िल्म देखना, घुमक्कड़ी सम्प्रति : भारत सरकार में निरीक्षक सम्पर्क : ईमेल: [email protected] इन्स्टाग्राम : @deepaksrivastavaneelpadam

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी