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नीलांजली ( भाग 55)

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रात काफ़ी हो चुकी थी ऐसे में रोड पर घना अंधेरा था चारों ही तरफ़ सुनसान पड़ा था। ना कोई आता दिखता था ना जाता। नील अकेला अपनी गाड़ी में बिना सोचे समझे बाद ड्राइव करे जा रहा था। उसे ख़ुद ही नहीं पता ...