जब खुद को समझाना मुश्किल लगने लगे, जब हर अपना बेगाना लगने लगे, जब हर बात दिल को दुःखाने लगे, जब आंखें भी सबसे नज़रें चुराने लगे। तो समझ लेना कि मन घावों से भर गया है, ना चाहते हुए भी मन में कुछ गढ़ सा ...
जब खुद को समझाना मुश्किल लगने लगे, जब हर अपना बेगाना लगने लगे, जब हर बात दिल को दुःखाने लगे, जब आंखें भी सबसे नज़रें चुराने लगे। तो समझ लेना कि मन घावों से भर गया है, ना चाहते हुए भी मन में कुछ गढ़ सा ...