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नायक नहीं खलनायक हूं मैं

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दुनिया आज  तरक्की कर चुकी है,  तेजी से बदल रही है कदम से कदम मिला कर चलना लगभग असंभव है। सब कुछ यहां तक कि इंसान भी इतनी तेजी से बदल रहा है पहचान‌ कर‌ पाना नामुमकिन है। आसमान‌ में खिलने‌‌ वाले ...