मेरे अंगने में रोज एक चिड़िया आती थी। दाना चुग कर उड़ जाती थी।। छोटे छोटे पंखों से इधर उधर फुदकती थी। अपने प्यारे मुख से मीठे सुर में गाती थी।। मेरे अंगने में रोज एक चिड़िया आती थी। कभी मेरे हाथ पर ...
मेरे अंगने में रोज एक चिड़िया आती थी। दाना चुग कर उड़ जाती थी।। छोटे छोटे पंखों से इधर उधर फुदकती थी। अपने प्यारे मुख से मीठे सुर में गाती थी।। मेरे अंगने में रोज एक चिड़िया आती थी। कभी मेरे हाथ पर ...