एग्जाम के जमाने मे जेब मे कम पैसे होते थे और एग्जाम सेंटर बहुत दूर दूर पड़ते थे।खैर पुरे दिन यात्रा करने के बाद रात को पहुँच पाया जहाँ एग्जाम होना था वहाँ ।साथ मे कुछ ख़ास नही होता था एकमात्र टूटी तनी ...
एक अधूरा लेखक हूं न जाने हर दिन कितने विचार आते हैं मन में लेकिन शब्दों में पिरोना भूल जाता हूं,सब शब्दों का खेल है कोई शब्दों के जाल से सर्वप्रिय बन है तो कोई नेपथ्य में
एक अधूरा लेखक हूं न जाने हर दिन कितने विचार आते हैं मन में लेकिन शब्दों में पिरोना भूल जाता हूं,सब शब्दों का खेल है कोई शब्दों के जाल से सर्वप्रिय बन है तो कोई नेपथ्य में
रिपोर्ट की समस्या
रिपोर्ट की समस्या
रिपोर्ट की समस्या