जानती हूं कि लहरों ने मिटा दिए हैं कदमों के निशाँ फिर भी अक्सर सागर किनारे तुम्हारे खोए हुए नक़्श-ए-क़दम पर चलने की कोशिश किया करती हूं ...
जानती हूं कि लहरों ने मिटा दिए हैं कदमों के निशाँ फिर भी अक्सर सागर किनारे तुम्हारे खोए हुए नक़्श-ए-क़दम पर चलने की कोशिश किया करती हूं ...