मैं लेटी थी वह लेटा था मैं नीचे थी वह ऊपर था मैं उसकी बाहों में थी वह मेरी बाहों में था मैं देती थी वह पीता था फर्क बस इतना सा मैं में थी वह मेरा बेटा था। यह कविता यह कविता सुप्रसिद्ध कवियत्री ...
मैं लेटी थी वह लेटा था मैं नीचे थी वह ऊपर था मैं उसकी बाहों में थी वह मेरी बाहों में था मैं देती थी वह पीता था फर्क बस इतना सा मैं में थी वह मेरा बेटा था। यह कविता यह कविता सुप्रसिद्ध कवियत्री ...