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नैतिकता

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शीर्षक -नैतिकता दोहे नैतिकता हो भाव में , नैतिक बोली धार । नैतिक कर्म करें सदा , हो नैतिक व्यवहार ।। नैतिकता के मायने , बदल गए आधार । झूठ कपट चोरी करें , स्वार्थ सखा संसार ।। जनसेवा मन से गयी , ...

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कवयित्री

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