न किसी के आने की खुशी थी .... न जाने का गम.. गम नहीं तेरे इस कदर बदल जाने का आस नहीं हे तेरे वापस आने की एहसास नही हे मुझे तेरा उम्मीद नही... की तू वो बन जाये जो कल था परवाह मुझे तेरी नही ... ...

प्रतिलिपिन किसी के आने की खुशी थी .... न जाने का गम.. गम नहीं तेरे इस कदर बदल जाने का आस नहीं हे तेरे वापस आने की एहसास नही हे मुझे तेरा उम्मीद नही... की तू वो बन जाये जो कल था परवाह मुझे तेरी नही ... ...