"अजब -अनोखा खेल, भाग्य का इसके कोई, नियम नहीं कर्म की डोर, हमारे हाथों फल पर ,कोई गरूर नहीं रहस्य की ,चादर भाग्य का ,खेल छुपा कर्ता -कर्म का, संगम गुरु ज्ञानी की, संगत एकलव्य ने ,धीर धरा भाग्य, ...
"अजब -अनोखा खेल, भाग्य का इसके कोई, नियम नहीं कर्म की डोर, हमारे हाथों फल पर ,कोई गरूर नहीं रहस्य की ,चादर भाग्य का ,खेल छुपा कर्ता -कर्म का, संगम गुरु ज्ञानी की, संगत एकलव्य ने ,धीर धरा भाग्य, ...