pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

मुझे मत मारो

16

मुझे मत मारो… हे माँ मुझे मत मारो। मेरी जिंदगी सवारों, कोख में तेरी पली हूं। फूलो की कली हूं, जन्म मुझे लेने दो । प्रकृति की रचना को आने दो, मत सोचो के भर बनूँगी, एक दिन कर्णधार बनूँगी । अब से भी ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
L

Visit - www.lakhanverma.in

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है