मुझे आपसे कुछ नहीं चाहिए ( ग़ज़ल ) अब जो मर्ज़ी है आपकी वो कर लीजिए जो तमाशा हो करना वो कर लीजिए मुझको अब कोई शिकवा शिकायत नहीं चैन से बस मुझे जी लेने लेने दीजिए । मुझको दुनिया और ये ...
मुझे आपसे कुछ नहीं चाहिए ( ग़ज़ल ) अब जो मर्ज़ी है आपकी वो कर लीजिए जो तमाशा हो करना वो कर लीजिए मुझको अब कोई शिकवा शिकायत नहीं चैन से बस मुझे जी लेने लेने दीजिए । मुझको दुनिया और ये ...