जीवन जीने की इच्छा पर क्युं मृत्यु का भय हावी है, मृत्यु से युं ना डरो मित्रों , मृत्यु तो अवश्यंभावी है। जीवन जो अमृत रुप मिला, उसको आकंठ पियो अब तुम, जो छुट गया इतिहासों में, उसे याद कर ना हो ...
जीवन जीने की इच्छा पर क्युं मृत्यु का भय हावी है, मृत्यु से युं ना डरो मित्रों , मृत्यु तो अवश्यंभावी है। जीवन जो अमृत रुप मिला, उसको आकंठ पियो अब तुम, जो छुट गया इतिहासों में, उसे याद कर ना हो ...