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उठ चल ,अब चल भी दे। मंजिल को तेरा इंतज़ार है । छोटी सी उम्मीद लेकर जब तू पहला कदम उठाएगा। वहीं कदम जमीन को छूते ही तुझे तेरी मंजिल का पता मिल जाएगा। उठ चल,अब चल भी दे। मंजिल को तेरा इंतज़ार है। ...

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Akshay Mewada
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