मेरे मन के हर कोने में इक फोटो एलबम बसती है, मेरी तस्वीरों के आगे माॅ की तस्वीरें चलती हैं। वे सुखद मधुर गहरी यादें ऋण से उऋण नहीं कर सकती, मदरज डे के हो-हुल्लड़ में मौन आशीष नहीं ढल सकती। इक ...
मेरे मन के हर कोने में इक फोटो एलबम बसती है, मेरी तस्वीरों के आगे माॅ की तस्वीरें चलती हैं। वे सुखद मधुर गहरी यादें ऋण से उऋण नहीं कर सकती, मदरज डे के हो-हुल्लड़ में मौन आशीष नहीं ढल सकती। इक ...