pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

मेरी शायरी

388
4.2

1. खुदा से मांग मांग कर तुझे , मेरी उमर गुजर गयी। काश एक बार मैने , तुझी से तुझको मांगा होता। 2. वो क्या कदर करेंगा मेरी। जिसे खुद कदर का अहसास नही। 3. ऐ दिल यु न फंस हुस्न के जाल में। ऐ रोज ...