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मेरी पत्नी के गुणों का बखान हास्य कविता

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मेरी पत्नी के गुणों का बखान हास्य कविताBy-Ravi jangid- मेरी पत्नी के गुण निम्न हैं- तेरी ये आँखे कैरी की फाँके...  तेरा ये बदन .... संसद भवन..... तेरे ये गाल .... भैंस की खाल... तेरे ये बाल ... मकड़ी ...

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लेखक के बारे में
author
Ravi Jangid

मैं रवि जाँगिड़ s/o सीताराम जाँगिड़ गणित विषय का अध्यापक हूँ। मुझे हास्य कविताएँ लिखने का शौक है। मै जयपुर राजस्थान से हूँ।

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Mohini Shejwal
    26 जुलै 2019
    मार खाणार आहे आज तुम्ही तुमच्या बायकोच्या हातचा😂😂😂 आणि आम्ही तुमच्या कवितेची तारीफ केली तर आम्हीही शिव्या खाऊ.😷😧😀😀.कविता मस्त👌
  • author
    Poonam Kaparwan pikku
    09 डिसेंबर 2019
    आपने अपनी श्रीमतीजी को सुनाई अपनी रचना कल से खाना नहीं मिलेगा।
  • author
    04 फेब्रुवारी 2020
    रवि जी अपनी पत्नी जी के गुण पत्नी जी को बता दिए या नहीं ?
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    Mohini Shejwal
    26 जुलै 2019
    मार खाणार आहे आज तुम्ही तुमच्या बायकोच्या हातचा😂😂😂 आणि आम्ही तुमच्या कवितेची तारीफ केली तर आम्हीही शिव्या खाऊ.😷😧😀😀.कविता मस्त👌
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    Poonam Kaparwan pikku
    09 डिसेंबर 2019
    आपने अपनी श्रीमतीजी को सुनाई अपनी रचना कल से खाना नहीं मिलेगा।
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    04 फेब्रुवारी 2020
    रवि जी अपनी पत्नी जी के गुण पत्नी जी को बता दिए या नहीं ?