सभी मनुष्य की अपनी एक हाबी होती है और उसी के अनुसार अपना काम करता हैं और उसी से उसे आत्म संतुष्टी मिलती हैं...किताब पढ़ना मैं बहुत पसन्द करती हूं...और मैं जहाँ भी जाती हूँ वहां के लाइब्रेरी की सदस्य ...
सभी मनुष्य की अपनी एक हाबी होती है और उसी के अनुसार अपना काम करता हैं और उसी से उसे आत्म संतुष्टी मिलती हैं...किताब पढ़ना मैं बहुत पसन्द करती हूं...और मैं जहाँ भी जाती हूँ वहां के लाइब्रेरी की सदस्य ...