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मेरी किताब 'साहित्यवीर' पर प्रसिद्ध लेखिका आभा श्रीवास्तव की समीक्षा

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आदरणीया सुधा कसेरा जी की किताब " साहित्यवीर " मेरे हाथ में है। पूरी किताब पढ़ चुकी हूँ और मुझे ऐसा लग रहा है मानो अभी अभी अपने सभी प्रिय साहित्यकारों और कहानीकारों से मैं मिलकर आई हूँ । उनकी ...

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लेखक के बारे में
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सुधा कसेरा

देहली यूनीवर्सिटी(दौलतराम कॉलेज) से राजनीतिशास्त्र में एम.ए.बी.एड.,20 वर्षों तक कॉन्वेंट स्कूल में हिन्दी, संस्कृत विषयों में अध्यापन कार्य करने के बाद,बारह वर्षों से हैदराबाद में स्वतंत्र लेखन को समर्पित हूँ.लिखने का शौक बचपन से ही है. सम्प्रति विभिन्न रास्ट्रीय स्तर की प्रसिद्द पत्र-पत्रिकाओं में लेख, समीक्षा और कहानियां निरंतर छपने का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है. दो पुस्तकें ‘साहित्यवीर’ और बस अब और नहीं (कहानी संग्रह)’ ‘छपने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है.’साहित्यनामा’ पत्रिका में हर महीने एक कॉलम में भी लिख रही हूँ.

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