कृपया अपनी पसंदीदा भाषा चुनें
11 दिसम्बर 2014, लॉ फर्म दिल्ली, सुबह के 10 बजे अवंतिका अपने ऑफिस पहुँची।कनॉट प्लेस में स्थित उसके ऑफिस में सुबह साढ़े नौ बजे से अफ़रा-तफ़री मची रहती है। उसकी एक वाज़िब वज़ह अवंतिका खुद है, उसके ऑफिस ...
शर्मा विला, ई-5, कोह-ए-फ़िज़ा रोड, भोपाल, मध्य प्रदेश। शर्मा विला, याने कि मेरा घर। अब आप सोचेंगे कि मैं कौन? मैं पीयूष, पीयूष शर्मा। अब आपके मन में तुरंत एक बात कौंध गयी होगी कि दो-दो बार पीयूष क्यों कहा मैंने? मैं जब दिल्ली में था , तो वहाँ मैंने एक बात सीखी थी, कि जब कोई भी आपका नाम पूछे, या जहाँ कहीं भी आपको अपना परिचय देना हो,तो अपने नाम को, अपने उपनाम के पहले, दो बार लेने से आप में वज़न हो न हो, पर नाम से आपके व्यक्तित्व का वज़न बढ़ जाता है। जिस दिन से यह सुना है, उस दिन से इसी तरह अपना ...
प्रथम उपन्यास- कैनवास पर बिखरे यादों के रंग भावना प्रकाशन, दिल्ली(फरवरी 2015) द्वितीय उपन्यास- मेरी अवंतिका भावना प्रकाशन,दिल्ली (जनवरी 2016)
प्रथम उपन्यास- कैनवास पर बिखरे यादों के रंग भावना प्रकाशन, दिल्ली(फरवरी 2015) द्वितीय उपन्यास- मेरी अवंतिका भावना प्रकाशन,दिल्ली (जनवरी 2016)