pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

मेरे प्यारे पिता जी

4

वह अपने परिवार का ख्याल कुछ इस प्रकार रखता है,     घर,गांव छोड़कर किसी दूसरे शहर जाकर बस जाता है।     दूसरो के बच्चो को देखकर खुद के बच्चे याद आते है,     उनकी प्यारी बाते,सुनने को कान तरस जाते ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Real Story
समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है