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मेरे पापा

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पिता ने पकड़ी उंगली तो मैं चलना सीख गया, दिया सहारा पापा ने मैं गिरकर संभलना सीख गया। जिंदगी की धूप में ठंडी छाया बन गए, हर पल मेरे साथ मेरा साया बन गए। कभी मेरा घोड़ा तो कभी तकिया बन गए, मुझे सुलाया ...

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vihaa mayu
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