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"मत नज़रअंदाज़ कर"💖🍃

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"मत नज़रअंदाज़ कर" मत नज़रअंदाज़ कर, ऐ मेरे हमसफ़र, तेरी राहों में अब भी मेरा इंतज़ार है। तेरी यादों की परछाइयाँ मुझसे लिपटती हैं, तेरी ख़ामोशियाँ अब भी मुझसे बात करती हैं। मैं तेरी तन्हाइयों की ...

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लेखक के बारे में
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YAVI🍁

"स्याही की बूंदों में दिल के जज़्बात छुपे थे, कलम ने चलकर उन्हें आवाज़ दी… अब हर पन्ना मेरे मौन को पढ़ता है, और हर अल्फ़ाज़ एक अधूरी ख्वाहिश कहता है। "मैं हूँ "Unfolded Whispers"—जहाँ खामोश लफ्ज़ भी एहसासों से सरगोशी करते हैं।"

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