मस्तराम की मस्ती कुछ लोग दुनिया में बड़ी बेफिक्री से जीवन बीता देते हैं। न जीवन की चिन्ता, न अपनों परवाह और ही न समाज का भय रहता है। ऐसे ही थे मस्तराम। मजे से खाते-पीते और चैन की नींद सोते। 'अरे ...
मस्तराम की मस्ती कुछ लोग दुनिया में बड़ी बेफिक्री से जीवन बीता देते हैं। न जीवन की चिन्ता, न अपनों परवाह और ही न समाज का भय रहता है। ऐसे ही थे मस्तराम। मजे से खाते-पीते और चैन की नींद सोते। 'अरे ...