मानसी! मानसी! मानसी! बहुत शोर था मानसी का। चार एक हजार मकानोंवाली उस मध्यवर्गीय कॉलोनी का खंभा-खंभा जैसे मानसी के अस्तित्व से रोमांचित हो, स्तब्ध खड़ा था। जितने मुँह उतनी बातें। लेकिन कमाल यह कि सारी ...
मानसी! मानसी! मानसी! बहुत शोर था मानसी का। चार एक हजार मकानोंवाली उस मध्यवर्गीय कॉलोनी का खंभा-खंभा जैसे मानसी के अस्तित्व से रोमांचित हो, स्तब्ध खड़ा था। जितने मुँह उतनी बातें। लेकिन कमाल यह कि सारी ...