pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

मंगल परिणय पर दोहे

30
5

मंगल परिणय पर दोहे डॉ सुशील शर्मा मंगल परिणय में बँधे ,दो दिल दो परिवार। रिश्तों के संसार में ,मिले हृदय आगार। मन मंदिर आह्लाद है ,खुशियाँ चारों ओर अक्षत हल्दी में रचे ,स्वप्न सुनहले छोर। शुभ ...