इस बात पर हिंदी जगत में व्यापक और गंभीर विमर्श नहीं हुआ है कि सिनेमा और सिनेमा लेखन को लेकर हिंदी के साहित्यकार इतने उदासीन क्यों रहते हैं । किस वजह से सिनेमा के लिए गीत लिखनेवालों को हिंदी के कवियों ...
ब्लॉग - हाहाकार कृतियाँ - बॉलीवुड सेल्फी , विधाओं का विन्यास ,लोकतंत्र की कसौटी ,कोलाहल कलह में , प्रसंगवश ,तीन संपादित पुस्तकें | सम्प्रति - वरिष्ठ पत्रकार
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