संजय बचपन से ही कल्पनाशील रहा जैसे - जैसे उसकी उम्र बढ़ती गई वैसे - वैसे उसकी कल्पनाओं की उड़ान आसमान तक पहुंच कर सपनों का इंद्रधनुषी ताना-बाना बुनने और सजाने लगी , ये संजय की किसी मानसिक बीमारी ...
संजय बचपन से ही कल्पनाशील रहा जैसे - जैसे उसकी उम्र बढ़ती गई वैसे - वैसे उसकी कल्पनाओं की उड़ान आसमान तक पहुंच कर सपनों का इंद्रधनुषी ताना-बाना बुनने और सजाने लगी , ये संजय की किसी मानसिक बीमारी ...