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मकड़जाल (कहानी)

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2.9

संजय बचपन से ही कल्पनाशील रहा जैसे - जैसे उसकी उम्र बढ़ती गई वैसे - वैसे उसकी कल्पनाओं की उड़ान आसमान तक पहुंच कर सपनों का इंद्रधनुषी ताना-बाना बुनने और सजाने लगी , ये संजय की किसी मानसिक बीमारी ...