मैं सब कुछ संभाल लूंगा , जैसे आंसुओं में डूबी , आंखों के काले घेरे , शरीर पर लगे , चोटों के निशान , देह का टूटन , रूह का घुटन , ह्रदय की संवेदना , वो सारी जो मेरे बस में हैं , उन सारी चीज़े को , मैं ...
मैं सब कुछ संभाल लूंगा , जैसे आंसुओं में डूबी , आंखों के काले घेरे , शरीर पर लगे , चोटों के निशान , देह का टूटन , रूह का घुटन , ह्रदय की संवेदना , वो सारी जो मेरे बस में हैं , उन सारी चीज़े को , मैं ...