नमस्कार दोस्तो मेरा नाम शिवांश शुक्ला हैं। मुझे बहुत देर से लेकिन एक विशिष्ट बात अनुभव हुई की जगतपालक ने मुझे शब्दों को सही ढंग से कहने और संयोजित करने की शक्ति दी है। मुझे आप सब के सहयोग की आवश्यकता है जिससे में अपनी लेखन कला को लोगो तक पहुंचा सकूं और उसे और विकसित कर सकूं।