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"मैं एक बुद्धू बक्सा नहीं"!

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अरे क्या तुम थकते नहीं बैठे-बैठे यहां? जब देखो तो यहां पड़े रहते हो अब तो तुम्हारी कोई जरूरत भी नहीं किसी को, यहां तो सब के पास एक से एक आधुनिक चलता फिरता टीवी है फिर तुम्हारी क्या जरूरत बस तुम सिर्फ ...

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sach honge sare sapne

I'm trying to be a good writer and poet..

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