नाम: प्रो. भरत प्रसाद
जन्म: 25 जनवरी -1970 ई., ग्राम- हरपुर, जिला- संत कबीर नगर(उत्तर प्रदेश)
एम.ए, एम.फिल, पी.एच.डी ( हिंदी साहित्य )
रुचियाँ: साहित्य, सामाजिक कार्य और पेंटिंग
पुस्तकें: १.और फिर एक दिन(कहानी संग्रह, 2004)
२.देसी पहाड़ परदेसी लोग(लेख संग्रह, 2007)
३.एक पेड़ की आत्मकथा(काव्य संग्रह, 2009)
४.नई कलम: इतिहास रचने की चुनौती(आलोचना, 2012)
५. सृजन की इक्कीसवीं सदी(लेख संग्रह, 2013)
६.कविता की समकालीन संस्कृति (आलोचना - 2016)
७. बीहड़ चेतना का पथिक : मुक्तिबोध (आलोचना -2016 )
8. कहना जरूरी है ( वैचारिक कृति -2016 )
9.बूँद बूँद रोती नदी (काव्य संग्रह - 2019 )
10. पुकारता हूँ कबीर ( काव्य संग्रह - 2019 )
11. चौबीस किलो का भूत (कहानी संग्रह - 2016 )
12. प्रतिबद्धता की नयी जमीन (लेख संग्रह -2017 )
13. बीच बाज़ार में साहित्य (लेख संग्रह - 2016 )
संपादन: 'जनपथ' पत्रिका के युवा कविता विशेषांक - 'सदी के शब्द प्रमाण' का संपादन, 2013
पुरस्कार: सृजन सम्मान, 2005(रायपुर, छ.ग.)
अम्बिका प्रसाद दिव्य रजत अलंकरण, 2008(भोपाल, म.प्र.)
युवा शिखर सम्मान, 2011(शिमला, हि.प्र.)
स्तंभ लेखन: 'परिकथा' पत्रिका के लिये 'ताना-बाना' शीर्षक से स्तंभ-लेखन(2008-2012)
विभिन्न लेखों एवं कविताओं का बांग्ला, पंजाबी एवं अंग्रेजी में अनुवाद
वर्तमान पता: प्रोफेसर, हिन्दी विभाग, पूर्वोत्तर पर्वतीय विश्व-विद्यालय, शिलांग(मेघालय)-793022
दूरभाष: 0364-2726520(आवास) मोबाईल.नंबर - 09774125265 09383049141
ई-मेल: [email protected]