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महारथी कर्ण

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गाथा है उस महारथी की प्रारब्ध से हीन था जन्म से क्षत्रिय, कहलाया सूर्यपुत्र नहीं सूतपुत्र था सामर्थ्य उसमें थी शक्ति उसमें किंतु विडंबना थी मौका न मिला उस वीर को होगा ना कोई दानवीर उस सम तभी छला ...

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@Vchhaya

હદ તો સરહદ ને હોય સ્નેહ તો અનહદ જ હોય.... https://gujarati.pratilipi.com/user/x70o2702v5?utm_source=android&utm_campaign=myprofile_share

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