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मदनसेना

4.1
63956

मदनपुर नगर में वीरवर नाम का राजा राज्य करता था। उसके राज्य में एक वैश्य था, जिसका नाम हिरण्यदत्त था। उसके मदनसेना नाम की एक कन्या थी। एक दिन मदनसेना अपनी सखियों के साथ बाग में गई। वहां संयोग से ...

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अज्ञात
समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Vanshika Swami
    11 जुलाई 2020
    ek ladki ke pichhe itna paagal hai plele raja phir uska aasiq o bhai maro mujhe maro nahi ye mazak ho riya hai ek dam se waqt badal diye jas bat badal
  • author
    Rajeshwari Devi
    25 सितम्बर 2020
    बहुत सुंदर लेख पढ़कर बहुत अच्छा लगा इससे यह लगता है किनारी चाहे तो अपने आप को पवित्र रखकर सही रास्ता चुनकर सब को सही रास्ते पर ला शक्ति है
  • author
    Sunita Gautam
    17 सितम्बर 2020
    जो कहानी पहले ही लिखी जा चुकी है उसका क्रेडिट दूसरे लेखक को नहीं दिया जा सकता।
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    Vanshika Swami
    11 जुलाई 2020
    ek ladki ke pichhe itna paagal hai plele raja phir uska aasiq o bhai maro mujhe maro nahi ye mazak ho riya hai ek dam se waqt badal diye jas bat badal
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    Rajeshwari Devi
    25 सितम्बर 2020
    बहुत सुंदर लेख पढ़कर बहुत अच्छा लगा इससे यह लगता है किनारी चाहे तो अपने आप को पवित्र रखकर सही रास्ता चुनकर सब को सही रास्ते पर ला शक्ति है
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    Sunita Gautam
    17 सितम्बर 2020
    जो कहानी पहले ही लिखी जा चुकी है उसका क्रेडिट दूसरे लेखक को नहीं दिया जा सकता।