दिल का दर्द दबा दबा सा है, एक सख्श मुझसे खफा सा है। वो तो पाक साफ है हर तरह से, मेरा नजरिया ही शायद बेवफा सा है। मेरी हरकतों से वो रूठ सा गया है, यूँ तो ठीक है, पर अंदर से टूट सा गया है। गलती ...
मैं, सावन का आवारा बादल,,,,,,,तू कह दे तो, बरसूं,,,,,,,,
सुबहसिंह योगी
जूनियर इंजीनियर, केंद्रीय लोक निर्माण विभाग, नई दिल्ली
निवासी- मातासूला, टोडाभीम, करौली (राजस्थान)
📱9166664757
सारांश
मैं, सावन का आवारा बादल,,,,,,,तू कह दे तो, बरसूं,,,,,,,,
सुबहसिंह योगी
जूनियर इंजीनियर, केंद्रीय लोक निर्माण विभाग, नई दिल्ली
निवासी- मातासूला, टोडाभीम, करौली (राजस्थान)
📱9166664757
समीक्षा
आपकी रेटिंग
रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है
आपकी रेटिंग
रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है
आपकी रचना शेयर करें
बधाई हो! मान जाओ ना प्रकाशित हो चुकी है।. अपने दोस्तों को इस खुशी में शामिल करे और उनकी राय जाने।