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मान जाओ ना

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दिल का दर्द दबा दबा सा है, एक सख्श मुझसे खफा सा है। वो तो पाक साफ है हर तरह से, मेरा नजरिया ही शायद बेवफा सा है। मेरी हरकतों से वो रूठ सा गया है, यूँ तो ठीक है, पर अंदर से टूट सा गया है। गलती ...

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लेखक के बारे में

मैं, सावन का आवारा बादल,,,,,,,तू कह दे तो, बरसूं,,,,,,,, सुबहसिंह योगी जूनियर इंजीनियर, केंद्रीय लोक निर्माण विभाग, नई दिल्ली निवासी- मातासूला, टोडाभीम, करौली (राजस्थान) 📱9166664757

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