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ललुआ का विवाह।भाग 20

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ललुआ का विवाह भाग_२० दो._ दान शिरोमणि उमानाथ  ,सत्य कहहु सतभाव। विहाव कराव ललुआ का,तुम सन कऊन दुराव।। छंद_ आशुतोष भूत भावन,तुमसे यह वर मैं मांगहु। ललुआ हमार कुंवार ना रहे,यहै वर मैं अब चाहऊ। शीश में ...

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