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लालच बुरी बला है

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एक शहर में एक आदमी रहता था। वह बहुत ही लालची था। उसने सुन रखा था की अगर संतो और साधुओं की सेवा करे तो बहुत ज्यादा धन प्राप्त होता हैं। यह सोच कर उसने साधू-संतो की सेवा करनी प्रारम्भ कर दी। एक बार ...

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लेखक के बारे में

साहस धैर्य और संयम पानी से सीखो हमे तो जूतों में परा कंकड़ भी चलने से रोकता है।। लेकिन पानी को वर्षों लगते है चट्टान काटकर राह बनाने में।।

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