pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

क्या मैं पागल हूँ?

1

मुझे बताइए, क्या मेरी लेखनी से जान पड़ता है कि मैं पागल हूँ? सोच-समझकर जवाब दीजिए। दर्द है, मैं स्वीकार करती हूँ, सच भी बखूबी पहचानती हूँ। पर दर्द को अपनी ताकत बना, शब्दों में पिरोने की कोशिश करती ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
गरिमा शर्मा

ये मेरे शब्द नहीं अहसास है मेरे, मेरे जीने का सहारा ओर मेरी सोच का प्रतिबिंब हैं।

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है