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कुछ अनकही 💐शब्द सुमन💐 .......एक उम्मीद

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क्या कहूं कुछ कहा नही जाता । अब बस एक खामोशी सी छाई हुई है । चुपचाप सी, कुछ नही हो जैसे मेरे पास , कितना कुछ था । कल तक, घर परिवार रिश्ते नाते दोस्त सभी तो थे मेरे पास मगर ये कैसा समय आ गया रोज किसी ...

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vinay bhatt
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