pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

**"कृतज्ञता ज्ञापन"** "हां शायद अभी देर नहीं हुई"

5
26

ये कविता हमने अपनी पहली बार कविता"नवोदित" कालम में छपने पर प्रशंसकों,व पाठकों के पत्र द्वारा उत्साह बढ़ाने के लिए ,कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए लिखी थी सन् 1991 में।

अभी पढ़ें

Hurray!
Pratilipi has launched iOS App

Become the first few to get the App.

Download App
ios
लेखक के बारे में
author
प्रीति शर्मा

लिखने का शौक था बचपन में,पर माहौल नहीं। मां का डर शौक पर भारी था।फिरलम्बे अंतराल कुछ रियायत हुई तो कुछ कवितायें,लेख लिखे,लोकल पत्रिकाओं व अखबारों में छपे भी,कार्य गोष्ठी में भी पढाऔर फिर शादी और बीस साल का लम्बा अंतराल। मां की याद में उनके जाने के चार दिन बाद अपनी अभिव्यक्ति कविता के रूप में।अब अपना पेज"कुछ अनकही"पर कभी कभी अभिव्यक्तियां लिख देती हूं।स्कूल में हिंदी प्राध्यापिका हूं। बच्चे पढ़ने वाले हैं तो समय कम ही मिलता है। प्रतिलिपि पर दो साल हो चुके हैं और अब चौदह लाख पाठक संख्या होने वाली है।स्वदेश में"अमर जवान" कहानी प्रथम स्थान पर आई जिसमें नगद पुरस्कार मिला था।" डायरी लेखन अक्टूबर" दूसरा स्थान मिला है। इससे पहले प्रतिलिपि पेन फ्रेंड मैं कई सारी प्रतियोगिताओं में प्रथम,द्वितीय, तृतीय स्थान,निबंध, कविता और कहानियों पर मिले। पिछले वर्ष श श श... हांटैड कैमरा और मानसून कहानियों,कोरोना वारियर के नाम पत्र में भी प्रमाण पत्र मिला,मंथ ऑफ द वीक"माँ"पर और शार्ट स्टोरी आदि रचनायें, पुरस्कृत रचनाओं में शामिल हुईं। प्रतिलिपि ने मेरे लेखन के शौक को पंख दिए इसके लिए प्रतिलिपि का धन्यवाद💐💐💐💐🙏🙏🙏

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Vijaykant Verma
    18 अक्टूबर 2019
    बहुत सुंदर..! मेरी भी बहुत सारी रचनाए रद्दी में चली गई..
  • author
    Rupali Sonwane "Ritz"
    18 अक्टूबर 2019
    thanku thank 😍😘😘meri tarif krne ke liye😉😉😉😉
  • author
    Divyanshu Vats
    19 अक्टूबर 2019
    बहुत सुंदर भावना। देर नहीं हुई।
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Vijaykant Verma
    18 अक्टूबर 2019
    बहुत सुंदर..! मेरी भी बहुत सारी रचनाए रद्दी में चली गई..
  • author
    Rupali Sonwane "Ritz"
    18 अक्टूबर 2019
    thanku thank 😍😘😘meri tarif krne ke liye😉😉😉😉
  • author
    Divyanshu Vats
    19 अक्टूबर 2019
    बहुत सुंदर भावना। देर नहीं हुई।