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कितना बदल गया मेरा गांव

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चारों तरफ़ होती थी हरियाली अब ढूंढने से भी नहीं मिलती वृक्षों की छांव, चिड़ियों की चूं चूं ,कोयल की कूं कूं, अब जाने कहां खो गई कोऔं की भी कांव कांव, कितना बदल गया मेरा गांव, कितना बदल गया मेरा गांव। ...

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Ajay Sharma
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