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खुद से नाराज़ हूं

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बहुत नाराज़ हूं खुद से आज..मालूम नहीं किन किन बातों पर......। आज खुद का वजूद खोता नजर आ रहा है,जी कर रहा है कि एक जोर का तमाचा मार लूं खुद को,और फिर घंटो रोऊं बैठकर किसी कोने में..जहां किसी की ...

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लेखक के बारे में
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shruti srivastava

हमारे लिए हमारे शब्द ही हमारी पहचान है! मूल निवासी - सुल्तानपुर उत्तर प्रदेश जन्म तिथि- 14 अप्रैल 1995

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